Siya Ram Sangeet Vidyalaya Review | संगीत की दुनिया में बनाएं शानदार कैरियर

नमस्कार दोस्तों, Siya Ram Sangeet Vidyalaya में आपका स्वागत है | जैसा कि आप जानते हैं संगीत विद्यालय हमारे देश के हर कोने में मौजूद है | 

जिनका उद्देश्य छात्रों को संगीत की शिक्षा में आत्मनिर्भर और आगे बढ़ने में सक्षम बनाना होता है | संगीत विद्यालय में प्रवेश आम तौर पर 8 से 18 वर्ष की आयु के बीच होता है |

इस लेख के माध्यम से हम आपको प्रयाग संगीत समिति (इलाहाबाद) द्वारा मान्यता प्राप्त Siya Ram Sangeet Vidyalaya के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं आइए जानते हैं | 

Sangeet Kya Hai

संगीत क्या है ? Sangeet Kya Hai ? संगीत को लेकर आपके मन में जो प्रश्न हैं उनका जवाब आपको इसमें मिल जाएगा इस लेख को अंत तक पढ़ें | 

संगीत के प्रकार :

क्रियात्मक संगीत

इसके अन्तर्गत गायन, वादन और नृत्य का क्रियात्मक पक्ष आता है | संगीत का यह रूप कानों द्वारा सुना जाता है या नेत्रों द्वारा देखा जाता है |

शास्त्रीय संगीत

इसमें गायन, वादन और नृत्य के कुछ शास्त्रीय नियम होते हैं | जिनका पालन करने से शास्त्रीय संगीत का रूप विकृत नही होता | शास्त्रीय संगीत में कलाकार को इन नियमों का पालन करना होता है |

भाव संगीत

इसमे कोई नियमित शास्त्र नहीं होता, इसका उद्देश्य केवल गीत का कानों को अच्छा लगना, स्वर रचना या गीत गाने में किसी प्रकार के नियमों को सामने नहीं रखना पड़ता अपितु कलाकार अपनी कला कुशलता से कोई भी स्वर प्रयोग कर सकता है |

संगीत शास्त्र

इसके अन्तर्गत रागों का परिचय स्वर लिपि, तान, आलाप, ताली, रेला, टुकड़ा, मुखड़ा, मिलते जुलते स्वर, रागों की तुलना आदि आता है | 

संगीत शास्त्र में संगीत से सम्बंधित सारी जानकारी आ जाती है | संगीत को समझने के लिए संगीत शास्त्र को पढना बेहद जरूरी होता है |  

कुछ गैर-सरकारी या निजी संगीत विद्यालय 4 से 20 + वर्ष की आयु के छात्रों के लिए सामान्य शिक्षा प्रणाली के बाहर संगीत की शिक्षा प्रदान करते हैं | 

सामान्य तौर पर, छात्र सप्ताह में या शाम को इन स्कूलों में जाते हैं | ये स्कूल आम तौर पर धर्मार्थ या वाणिज्यिक संगठनों द्वारा संचालित किए जाते हैं |

Siya Ram Sangeet Vidyalaya के अनुसार संगीत/म्यूजिक सर्वश्रेष्ठ ललित कला है | इसके अन्तर्गत गायन, वादन और नृत्य तीनों कलाओं का समावेश है | 

मगर कुछ लोग सिर्फ गायन को ही संगीत कहते हैं जो कि उचित नही है | भारतीय संगीत में गायन संगीत का एक अंग है जो वादन और नृत्य की अपेक्षा अधिक महत्व रखता है |

गायन, वादन तथा नृत्य स्वर और लय पर आधारित है | गायन, वादन में स्वर की और नृत्य में लय की प्रधानता रहती है |यदि आप संगीत सीखने के इच्छुक हैं तो गायन, वादन, नृत्य एवं चित्रकला के प्रशिक्षण हेतु निम्नलिखित पते पर संपर्क कर सकते हैं |

जहां गायन के लिए शास्त्रीय संगीत, भजन, कीर्तन, स्कूल प्रेयर और गजल वादन के लिए  तबला, हारमोनियम, ढोलक, कीबोर्ड, गिटार तथा नृत्य के लिए कथक एवं लोक नृत्य की शिक्षा दी जाती है | 

Siya Ram Sangeet Vidyalaya के संचालक द्रोपदी देवी एवं विजय कुमार राय हैं | विद्यालय में प्रवेशिका से प्रभाकर तक गायन, वादन, एवं नृत्य की शिक्षा अनुभवी शिक्षकों द्वारा दी जाती है | 

Address:- 

Siya Ram Sangeet Vidyalaya  

1) D-1 Bhagwati Garden Extn.Dwarka Mor, 

Metro Pillar No. 786 

55 Futta Road Near vishwakarma Mandir 

2) Metro Pillar No. 792  

Shani Bazar Road, Uttam Nagar, New Delhi – 110059    

Phone No. 9818013093, 9810965252, 9811949362  

Email:- [email protected]   

Timing:- Monday To Saturday 3.00 PM To 7.00 PM  

(Wednesday Closed)

Conclusion – निष्कर्ष 

साथियों, उपरोक्त आर्टिकल के माध्यम से हमने Siya Ram Sangeet Vidyalaya और Sangeet Kya Hai संगीत क्या है, की बहुत सी जानकारी प्राप्त की | 

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