Homeopathy day | World Homeopathy Day 2023 History

साथियों, विश्व Homeopathy day (होम्योपैथी दिवस) प्रत्येक वर्ष 10 अप्रैल को होम्योपैथी के संस्थापक डॉ क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुअल हैनिमैन की जन्मदिवस मनाने के लिए मनाया जाता है | आपको बता दूं कि, इस वर्ष डॉक्टर हैनीमैन की 268वीं जयंती है | 

तो आइए दोस्तों इस लेख के माध्यम से Homeopathy day के उपलक्ष में होम्योपैथी मेडिसिन से होने वाले स्वास्थ्य लाभ की जानकारी दे रहे हैं | 

अगर आप Homeopathy Medicine से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक  पढ़ें |

होम्योपैथी दवाइयां सभी प्रकार के रोगों में विशेष उत्साह प्रदान करती है | आधुनिक जीवन में एलर्जी के रोगों से प्रभावित रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बहुत ज्यादा बढ़ रही है | 

आधुनिक चिकित्सा पद्धति (Allopathy) के पास इन रोगों का कोई स्थाई निदान नहीं है | ऐसे में होम्योपैथिक दवाइयां रोगी की रोग से की क्षमता को बढ़ाकर रोगी को एलर्जी के रोग से मुक्त करने में सहायता करती है | 

होम्योपैथी से संपूर्ण और सुरक्षित उपचार (Homeopathy day)  

कठिन उच्चारण वाला यह शब्द जिसकी उत्पत्ति ग्रीक भाषा में हुई है, एक ऐसी संपूर्ण उपचार- पद्धति का नाम है, जो बड़ी कोमलता के साथ शरीर की प्राकृतिक पुनर्जीवन दायक उपचार कारी प्रक्रिया में सहायता देती है | 

आधुनिक चिकित्सा पद्धति (Allopathy) में रसायनों का बहुतायत उपयोग किया जाता है | जिसके प्रभाव से मानव शरीर की प्राकृतिक क्रिया से प्रभावित होती हैं | 

वास्तव में रोग से ज्यादा रोगी दवाओं के दुष्प्रभाव से परेशान हो जाता है | होम्योपैथिक चिकित्सा पूर्णतया दुष्प्रभाव से मुक्त है एवं पुराने रोगों में लंबे निदान के लिए श्रेष्ठतम है | 

इसलिए होम्योपैथी को सुरक्षा एवं प्रभावी चिकित्सा पद्धति कहा गया है | आज का प्रबुद्ध रोगी पहले से कहीं अधिक समझदार हैं, और बहुत लंबे समय तक अवांछनीय औषधियों के दुष्प्रभावों को स्वीकारने को तैयार नहीं है | 

भारत एवं विश्व के अन्य देशों में होम्योपैथी के इस गुणको पहचाना गया है | तथा ज्यादातर रोगियों द्वारा होम्योपैथी को अपनाया जा रहा है | 

इसी प्रकार, हाल ही में, दवाओं का अनुमोदन करने में डॉक्टरों की आदत में अत्यधिक परिवर्तन आया है और वे प्राकृतिक, होम्योपैथिक दवाओं के पक्षधर होने लगे हैं | 

इसे होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के विश्वव्यापी पुनर्जागरण का नाम दे सकते हैं, जिसमें संपूर्ण मानव के स्वास्थ्य उपचार के रूप में होम्योपैथी का नैसर्गिक प्रयोग किया जा रहा है | 

होम्योपैथी वास्तव में कैसे कार्य करती है ? 

इसके प्रतिभावान विद्वान संस्थापक जर्मन चिकित्सक तथा प्राकृतिक वैज्ञानिक सैमुअल हैनीमैन ने लगभग 200 वर्ष पूर्व ही इसकी प्रक्रिया- प्रणाली को एक सरल सामान्य कहावत में सीमित कर दिया था | 

“Similia similibus curentur” अर्थात ‘सम: सम: शमयति’ (समान लक्षणों द्वारा समान लक्षणों का उपचार) | इस सिद्धांत का प्रतिपादन सैमुअल हैनीमैन ने अपनी शोध-संबंधी उपलब्धियों के आधार पर किया था | 

आधुनिक संदर्भ में, इसका भावार्थ एक प्रकार की उत्प्रेरक चिकित्सा पद्धति के रूप में किया जा सकता है | जर्मन चिकित्सक तथा प्राकृतिक वैज्ञानिक सैमुअल हैनीमैन की याद में आज भी Homeopathy day मनाया जाता है | 

प्रत्येक रोग के लक्षण और उसकी समरूप औषधि की समानता प्रकट होने पर उस औषधि की शरीर में प्रविष्ट एक उद्दीपन को प्रेरित करती है | 

ऐसे कारक जो एक स्वस्थ व्यक्ति में कुछ विशिष्ट लक्षण उत्पन्न करते हैं उस रोगी व्यक्ति को ठीक कर सकते हैं जिसमें वैसे ही लक्षण विद्यमान हो |

विश्व Homeopathy day का इतिहास

होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुअल हैनीमैन का जन्म 10 अप्रैल, 1755 को पेरिस में हुआ था | 

अभ्यास करते समय, उन्होंने पाया कि किसी रोगी की बीमारी का इलाज करने के लिए, रोग के लक्षणों को पैदा करने वाले अवयवों को प्रशासित किया जाना चाहिए |

उन्होंने 18वीं शताब्दी के अंत में ‘सिमिलिया सिमिलिबस क्यूरेंटुर’ का सिद्धांत विकसित किया, जिसका अर्थ है ‘चलो जैसा इलाज जैसा’ | इस प्रकार, होम्योपैथी “लाइक क्योर लाइक” के सिद्धांत पर काम करती है |

गुणवत्ता ही प्रमाण है  

Homeopathy Medicine की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं, इसी वजह से किसी भी प्रकार के उत्पादन की जिम्मेदारी लेने पर गुणवत्ता को महत्व देने के साथ प्रारंभिक कार्यों  पर कड़े नियंत्रण सबसे महत्वपूर्ण है | 

यद्यपि प्रयोग में लाए जाने वाले जैविक पदार्थ चुने हुए सप्लायर से प्राप्त होते हैं इनके साथ प्रमाण पत्र संलग्न होते हैं लेकिन आगे का मूल परीक्षण प्रयोगशाला में होता है, जिससे फार्माकोपिया आंतरिक गुणवत्ता मापदंड के साथ अनुकूलता  परखी जाती है | 

प्रारंभिक अवयवों का सामान नियंत्रण करने के दौरान ऑर्गेनोलेप्टिक, रासायनिक, भौतिक रासायनिक, सूक्ष्म सूक्ष्म जैविय तथा फार्मा-परीक्षण संबंधी जांच पड़ताल की जाती है |  

इसमें बहुत ही आयामो की शुद्धता, पहचान, अवयवों की जांच शामिल होती है | गुणवत्ता प्रबंधक के द्वारा स्वयं जारी किए गए प्रारंभिक तत्वों को ही निर्माण विभाग में भेजा जाता है | 

Homeopathy Medicine का कठोर नियमों के साथ निर्माण 

होम्योपैथी दवाओं का निर्माण प्रक्रिया में उच्च कोटि की गुणवत्ता होती है जो होम्योपैथिक भेषज कोश – जर्मन,यूरोपियन, तथा भारतीय भेषज कोशका नियम पूर्वक अनुसरण करते हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उत्पादन संबंधी नियमावली को ध्यान में रखकर प्राप्त की जाती है | 

इन निर्देशों और नियमों का पालन करते हुए प्रत्येक उत्पाद के संबंध में ऐसे लिखित निर्देश बनाए गए हैं, जिनका निर्माण की गतिविधि के आरंभ से लेकर सील बंद किए जाने तक पूरी तरह पालन किया जाता है | 

पूर्ण रूप से स्वचालित भरने की तथा पैक करने की विधि के फलस्वरूप उत्पाद व्यक्ति के संपर्क में अन्य कोई व्यक्ति नहीं आ पाते और इस प्रकार यथासंभव स्वक्ष, त्रुटि रहित दवाएं बनती है | 

भराई और पैक करने के पूर्ण रूप से स्वचालित उपकरण के उपलब्ध होने के साथ-साथ सशक्तिकरण के दौरान तकनीकी उपकरण प्रयोग में नहीं लाए जाते और यह प्रक्रिया प्रारंभिक सिद्धांत के अनुसार हाथ से की जाती है |

उत्पादन के जिम्मेदार निर्माण के प्रमुख व्यक्ति के साथ सहकर्मियों का एक दल होता है, जो नियमित रूप से आधुनिकतम शिक्षा संबंधी प्रयत्नों के कारण सदैव वैज्ञानिक एवं तकनीकी क्षेत्र में आगे रहता है |  

लगातार ऐसे सुरक्षित कदम उठाए जाते हैं, जिससे निर्माण,भराई  तथा भंडारण के दौरान गलतियों की संभावना ना हो | केवल उन्हीं तैयार दवाओं को बेचने के लिए गोदामों में भेजा जाता है, जिन्हें निर्माण एवं गुणवत्ता नियंत्रण के प्रमुख स्वीकृति प्रदान करते हैं |   

होम्योपैथी की सेवा में शोध  

उच्च कोटि के चिकित्सकीय उत्पादों के संबंध Homeopathy Medicine विश्वव्यापी पहचान बन गई है | उनका महत्व आज विश्वसनीय दवाओं के रूप में सभी महाद्वीपों के 40 से भी अधिक देशों में है | 

हाल के वर्षों में, फार्मास्युटिकल्स क्षेत्र में अग्रिम और नए विकास बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए शोध कार्य के क्षेत्र में निवेश बढ़ा दिया है | 

विश्लेषण के क्षेत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुरोध पर नए मोनोग्राफ तैयार किए गए हैं और इसमें जर्मन होम्योपैथिक फार्माकोपिया प्रबंधन की भागीदारी रही है |     

निष्कर्ष 

दोस्तों, उपरोक्त लेख में हमने होम्योपैथी दिवस क्यों मनाते हैं, इनके संस्थापक कौन थे इसकी विस्तृत जानकारी दी | प्रत्येक वर्ष विश्व Homeopathy day मनाने के लिए एक विशेष थीम चुनी जाती है | 

इस वर्ष की थीम “एक स्वास्थ्य, एक परिवार” है | इसका उद्देश्य पड़ोस के पारिवारिक चिकित्सकों के माध्यम से लोगों के बीच होम्योपैथिक उपचार को बढ़ावा देना है |

आयुष मंत्रालय के तहत सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन होम्योपैथी इस अवसर का जश्न मनाने के लिए सोमवार को एक कार्यक्रम आयोजित करेगा | 

पिछले वर्ष विश्व होम्योपैथी दिवस की थीम ‘होम्योपैथी लोगों की च्वाइस फॉर वेलनेस’ थी |

होम्योपैथी और इसकी दवाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दुनिया भर में थीम पर आधारित कई कार्यक्रम और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं |  

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